
शिक्षा का ध्यान छात्रों को उनके आसपास की दुनिया के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने के अवसर प्रदान करने पर केंद्रित होना चाहिए। समग्र शिक्षा छात्रों को अपने स्वयं के सीखने में सक्रिय रूप से शामिल होने, अपनी रुचियों और आवश्यकताओं के आधार पर अपने स्वयं के पाठ्यक्रम को आकार देने की आवश्यकता पर जोर देती है। यह दृष्टिकोण छात्रों को दुनिया को जानने और समझने के अपने अनूठे तरीके विकसित करने की अनुमति देता है, और अपने स्वयं के सीखने के लिए स्वामित्व और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देता है।